माउंट आबू, राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित एकमात्र हिल स्टेशन है। इसे राजस्थान का कश्मीर भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और ठंडा मौसम पर्यटकों को आकर्षित करता है। माउंट आबू अरावली पर्वत श्रृंखला में स्थित है और समुद्र तल से लगभग 1220 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यहाँ का हरियाली भरा वातावरण, खूबसूरत झीलें, ऐतिहासिक मंदिर और मनोरम दृश्य इसे एक खास पर्यटन स्थल बनाते हैं। इस हिल स्टेशन का महत्व धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन की दृष्टि से बहुत अधिक है। आइये, टॉपिक वाईज़ माउंट आबू के प्रमुख आकर्षणों पर एक नजर डालते हैं।
माउंट आबू का इतिहास
ऐसा कहा जाता है की माउंट आबू पर्वत भोलेनाथ के अंगूठे पर टिका हुआ , पौराणिक कथाओ के अनुसार माउंट आबू का इतिहास बड़ा ही रहस्यमय है ! माउंट आबू का इतिहास की पूरी जानकारी के लिए यहा क्लिक करे
नक्की झील
माउंट आबू का सबसे प्रसिद्ध आकर्षण नक्की झील है। यह झील समुद्र तल से 1200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और इसे मानव निर्मित झील कहा जाता है। इस झील का पानी बिल्कुल साफ और शांत है। पर्यटक यहाँ नौका विहार (बोटिंग) का आनंद ले सकते हैं। झील के चारों ओर प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली होने के कारण यह एक आदर्श पिकनिक स्थल भी है। नक्की झील का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व भी है। कहा जाता है कि इसे रसिया बालम ने अपने नाखूनों (नख) से एक ही रात में खोदा था, इसलिए इसे नक्की झील कहा जाता है। नक्की झील का इतिहास और रसिया बालम की कहानी के लिए यहा क्लिक करे
अर्बुदा माता मंदिर | अधर देवी मंदिर
माउंट आबू में अर्बुदा माता (अधर देवी ) मंदिर का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। इस मंदिर को देवी दुर्गा के एक रूप अर्बुदा माता (अधर देवी) को पूजा जाता है। यह मंदिर पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और यहाँ तक पहुँचने के लिए सीढ़ियों का एक लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। मंदिर से अद्भुत दृश्य देखने को मिलते हैं, जो पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। अर्बुदा माता को इस क्षेत्र की रक्षक देवी माना जाता है, और यहाँ हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
देलवाड़ा जैन मंदिर माउंट आबू
देलवाड़ा जैन मंदिर माउंट आबू का एक और प्रमुख आकर्षण है। यह मंदिर सफेद संगमरमर से बना है और इसकी अद्वितीय वास्तुकला दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यह मंदिर जैन धर्म के तीर्थंकरों को समर्पित है और इसका निर्माण 11वीं और 13वीं शताब्दी के बीच हुआ था। मंदिर के अंदर की दीवारों पर बारीक नक्काशी और खूबसूरत मूर्तियाँ हैं जो इस मंदिर को विशेष बनाती हैं। देलवाड़ा मंदिर की वास्तुकला और शांति का अनुभव पर्यटकों के लिए अद्भुत होता है। देलवाडा जैन मंदिर का पूरा इतिहास जानने के लिए यहा क्लिक करे
ॐ शांति पार्क
ॐ शांति पार्क ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा संचालित एक अद्वितीय स्थल है। यहाँ शांति और अध्यात्म का अनुभव किया जा सकता है। पार्क का वातावरण बहुत शांतिपूर्ण और प्राकृतिक है। पर्यटक यहाँ आकर ध्यान और योग के माध्यम से मानसिक शांति प्राप्त कर सकते हैं। यहाँ नियमित रूप से ध्यान और सत्संग के कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जो माउंट आबू की यात्रा को और भी सार्थक बना देते हैं।
टॉड रॉक
टॉड रॉक माउंट आबू का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह एक विशाल चट्टान है, जो आकार में एक मेंढक की तरह दिखती है, इसलिए इसे टॉड रॉक कहा जाता है। इस जगह से नक्की झील और आसपास की पहाड़ियों का शानदार दृश्य दिखाई देता है। यह स्थल प्राकृतिक फोटोग्राफी और रोमांचक चढ़ाई के लिए आदर्श है। यहाँ से सूर्योदय और सूर्यास्त का नज़ारा देखने का भी अलग ही आनंद है।
सनसेट पॉइंट
माउंट आबू में सूर्यास्त देखने का एक खास स्थान है सनसेट पॉइंट। यह स्थान एक ऊँची चोटी पर स्थित है जहाँ से सूरज के ढलने का दृश्य बेहद खूबसूरत दिखाई देता है। इस स्थान से आप चारों ओर का मनोरम दृश्य देख सकते हैं। शाम के समय यहाँ पर्यटकों की भीड़ लग जाती है, जो सूर्यास्त का अद्भुत नजारा देखने के लिए आते हैं।
हनीमून पॉइंट
हनीमून पॉइंट को रोमांटिक कपल्स के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। यह स्थान माउंट आबू के मुख्य आकर्षणों में से एक है। यहाँ से आप चारों ओर की घाटियों और पहाड़ियों का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। इसे लवर्स पॉइंट भी कहा जाता है, क्योंकि यह जगह अपने रोमांटिक और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।
गुरु शिखर
गुरु शिखर माउंट आबू का सबसे ऊँचा स्थान है और यह समुद्र तल से लगभग 1,722 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यहाँ से आप पूरे माउंट आबू का विहंगम दृश्य देख सकते हैं। गुरु शिखर पर एक प्राचीन मंदिर भी स्थित है, जो भगवान दत्तात्रेय को समर्पित है। इस मंदिर के दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। यह स्थान ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए भी बहुत खास है।
दत्तगुरु मंदिर गुरु शिखर
दत्तगुरु मंदिर गुरु शिखर पर स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान दत्तात्रेय को समर्पित है, जो ब्रह्मा, विष्णु और महेश के संयुक्त रूप माने जाते हैं। यह स्थान धार्मिक और प्राकृतिक दोनों ही दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। मंदिर से आसपास की पहाड़ियों और हरियाली का दृश्य देखने योग्य होता है।
गौमुख गुरु वशिष्ठ मुनी का आश्रम
गौमुख माउंट आबू का एक धार्मिक स्थल है, यहा पर सरस्वती नदी का पवित्र जल का एक स्रोत गौमुख से निरन्तर बहता रहता है। यहा गुरुवशिष्ठ मुनी का आश्रम है ! यहाँ तक पहुँचने के लिए लगभग 700 सीढ़ियों का एक लंबा रास्ता निचे की तरफ उतरना पड़ता है, लेकिन यहाँ की शांति और पवित्रता का अनुभव इसे खास बनाता है। मंदिर के पास स्थित झरने का दृश्य भी बहुत आकर्षक है।
अचलेश्वर महादेव अचलगढ़ माउंट आबू
अचलेश्वर महादेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है। यह माउंट आबू से कुछ दूरी पर स्थित है और इसे माउंट आबू के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है। यहाँ भगवान शिव के अंगूठे के निशान का प्राकृतिक शिवलिंग है, जिसे देखकर भक्तों को विशेष आस्था का अनुभव होता है ! पौराणिक कथा के अनुसार ऐसा कहा जाता है की माउंट आबू भगवान भोलेनाथ के अंगूठे पर ही टिका हुआ है !
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चामुंडा माता मंदिर अचलगढ़ माउंट आबू
चामुंडा माता मंदिर अचलगढ़ माउंट आबू के प्राचीन मंदिरों में से एक है। यह मंदिर देवी चामुंडा को समर्पित है, जो शक्ति की देवी मानी जाती हैं। मंदिर के चारों ओर का वातावरण शांत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यहाँ नवरात्रि के समय विशेष पूजा और अनुष्ठान होते हैं, जिनमें बड़ी संख्या में भक्त सम्मिलित होते हैं।
माउंट आबू के अन्य प्रमुख स्थल जंगल ट्रैकिंग
माउंट आबू की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व को और भी बढ़ाते हैं यहाँ के कुछ कम ज्ञात लेकिन अद्भुत स्थल। इनमें से कई स्थान उन पर्यटकों के लिए विशेष रूप से आकर्षक हैं, जो ट्रेकिंग और धार्मिक पर्यटन के शौकीन हैं। आइए, इन स्थानों पर एक नजर डालते हैं:
केदारनाथ मंदिर (उतरज गाँव)
माउंट आबू के गुरु शिखर से उतरज गाँव के पास केदारनाथ महादेव मंदिर एक प्राचीन शिव मंदिर है ! यह स्थान अपने शांत वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। मदिर के पास में सुंदरसा बड़ा झरना है जो श्रधालुओ का मन मोह लेता है, मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है, और यहाँ पहुँचने के लिए ट्रेकिंग का आनंद लिया जा सकता है। मंदिर के आस-पास झरने, हरियाली और घने जंगलों का सुंदर नज़ारा होता है, जो यहाँ की यात्रा को और भी खास बनाता है। यह मंदिर शिवभक्तों के लिए विशेष आस्था का केंद्र है।
बद्रीनारायण मंदिर (उतरज गाँव)
बद्रीनारायण मंदिर माउंट आबू के धार्मिक स्थलों में से एक महत्वपूर्ण मंदिर है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, जिन्हें बद्रीनारायण के रूप में पूजा जाता है। मंदिर की वास्तुकला और प्राकृतिक सौंदर्य इसे और भी आकर्षक बनाते हैं। यह स्थान शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है, जो भक्तों और पर्यटकों को यहाँ खींच लाता है। यहाँ से आसपास की घाटियों और पहाड़ियों का मनोरम दृश्य भी देखा जा सकता है।
ईशान भैरूजी मंदिर – शेरगाँव
ईशान भैरूजी मंदिर माउंट आबू के धार्मिक और पौराणिक महत्व से जुड़ा हुआ एक और प्रमुख स्थान है। यह मंदिर भगवान भैरव को समर्पित है, जो हिन्दू धर्म में शिव के एक रूप माने जाते हैं। यह स्थान विशेष रूप से स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण है। मंदिर के आसपास का प्राकृतिक वातावरण बेहद शांत और आकर्षक है। यहाँ की यात्रा धार्मिक दृष्टिकोण के साथ-साथ प्राकृतिक सुंदरता का भी अद्भुत अनुभव प्रदान करती है।
ईशान भैरूजी मंदिर के पूरी जानकारी के लिए यहा क्लिक करे
जबकेश्वर महादेव मंदिर
जबकेश्वर महादेव मंदिर माउंट आबू के सबसे रोमांचक और धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर गुरु शिखर से नीचे घने जंगलों के बीच स्थित है, और यहाँ तक पहुँचने के लिए एक कठिन ट्रेकिंग मार्ग से गुजरना पड़ता है। यह स्थान उन लोगों के लिए विशेष है, जो ट्रेकिंग और साहसिक यात्राओं का शौक रखते हैं। मंदिर तक पहुँचने के लिए घने जंगलों, पहाड़ियों और झरनों से गुजरना पड़ता है, जिससे यात्रा और भी रोमांचक हो जाती है। यहाँ आने वाले पर्यटकों को ट्रेकिंग के लिए अच्छी तैयारी के साथ आना चाहिए। खाने-पीने की सामग्री और पानी साथ लेकर चलना अनिवार्य है, क्योंकि इस क्षेत्र में कोई खाने-पीने की दुकानें नहीं मिलतीं। लेकिन एक बार यहाँ पहुँचने पर, मंदिर की शांति और आसपास का प्राकृतिक सौंदर्य आपको अद्भुत अनुभव प्रदान करता है।
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माउंट आबू: कैसे पहुँचे?
माउंट आबू तक पहुँचने के कई साधन उपलब्ध हैं, जिनमें सड़क, रेल और हवाई मार्ग शामिल हैं। आइए, इन साधनों को विस्तार से समझते हैं:
सड़क मार्ग (By Road)
माउंट आबू तक सड़क मार्ग द्वारा पहुँचना सबसे सुविधाजनक और लोकप्रिय तरीका है। राजस्थान और गुजरात से माउंट आबू तक अच्छी सड़कें बनी हुई हैं। राजस्थान राज्य परिवहन और निजी बसें नियमित रूप से माउंट आबू के लिए उपलब्ध रहती हैं। आप अपनी निजी कार या टैक्सी के जरिए भी माउंट आबू तक आसानी से पहुँच सकते हैं।
• उदयपुर से दूरी: लगभग 165 किलोमीटर
• जोधपुर से दूरी: लगभग 260 किलोमीटर
• अहमदाबाद से दूरी: लगभग 225 किलोमीटर
रेल मार्ग (By Train)
माउंट आबू का निकटतम रेलवे स्टेशन आबूरोड है, जो माउंट आबू से लगभग 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आबूरोड रेलवे स्टेशन राजस्थान और गुजरात के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। यहाँ से माउंट आबू तक पहुँचने के लिए टैक्सी या बस सेवा आसानी से मिल जाती है।
- प्रमुख रेल मार्ग:
- दिल्ली से आबूरोड के लिए सीधी ट्रेनें उपलब्ध हैं।
- मुंबई, जयपुर, जोधपुर और अहमदाबाद से भी नियमित ट्रेन सेवाएँ उपलब्ध हैं।
रेलवे स्टेशन से माउंट आबू तक पहुँचने में लगभग 45 मिनट से 1 घंटे का समय लगता है।
हवाई मार्ग (By Air)
माउंट आबू के सबसे नजदीकी हवाई अड्डे उदयपुर और अहमदाबाद हैं:
• उदयपुर महाराणा प्रताप एयरपोर्ट: माउंट आबू से लगभग 165 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
• अहमदाबाद सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट: माउंट आबू से लगभग 225 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
दोनों हवाई अड्डों से माउंट आबू तक टैक्सी सेवाएँ और राज्य परिवहन की बसें उपलब्ध हैं। आप अपनी सुविधानुसार हवाई यात्रा के बाद सड़क मार्ग द्वारा माउंट आबू पहुँच सकते हैं।
ट्रेकिंग (By Trekking)
यदि आप एडवेंचर के शौकीन हैं, तो अबू रोड से माउंट आबू तक कुछ ट्रेकिंग मार्ग भी हैं, जिनका उपयोग साहसिक यात्री करते हैं। यह मार्ग हरे-भरे जंगलों और पहाड़ियों के बीच से गुजरता है, जो ट्रेकिंग का रोमांचक अनुभव प्रदान करता है।