अगर गंगा धरती पे आई न होती सोंग लिरिक्स | Agar Ganga Dharti Pe Aayi Na Hoti Song Lyrics

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अगर गंगा धरती पे आई न होती सोंग लिरिक्स | Agar Ganga Dharti Pe Aayi Na Hoti Song Lyrics

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अगर गंगा धरती पे आई न होती
तो पाप कर्मो की धुलाई न होती
भागीरथ ने आस गर जगाई न होती
तो गंगा हमारी सहाई न होती

शिव ने जिसको सिर पे यूं धारा
पतित पावनी को जग ने पुकारा
शिव ने जटा से ये बहाई न होती
तो गंगा की धारा सुखदाई न होती
अगर गंगा धरती पे आई न होती
तो पाप कर्मो की धुलाई न होती

अमृत की धारा ये स्वर्ग का जल है
धरती पे खिलता कमल ये धर्म है
पापियों ने सारे डुबकी लगाईं न होती
अंतर्मन की उनके सफाई न होती
अगर गंगा धरती पे आई न होती
तो पाप कर्मो की धुलाई न होती

शीतल निर्मल थी ये धारा सुहानी
कल कल बहती ये जीवन दानी
स्वार्थ में मानव की ये करनी न होती
पावन गंगा यूं मैली न होती
अगर गंगा धरती पे आई न होती
तो पाप कर्मो की धुलाई न होती

गंगा मैया अपनी इसको बचाओ
कहानी है गौमुख की सबको सुनाओ
अगर जल में सच्चाई कुछ भी न होती
पावन गंगा कभी स्वर्ग न होती
अगर गंगा धरती पे आई न होती
तो पाप कर्मो की धुलाई न होती

Songs Credit

𝅘𝅥𝅮 Song : Agar Ganga Dharti Pe Aai Na Hoti
𝅘𝅥𝅮 Album : Ganga Bhajan
𝅘𝅥𝅮 Singer : Shankar Maheshwari
𝅘𝅥𝅮 Music : Shankar Maheshwari
𝅘𝅥𝅮 Lyrics : Hitesh Choudhary (7400111289)
𝅘𝅥𝅮 Editor : Hitesh Choudhary
𝅘𝅥𝅮 Producer : Tulsi Jaipal
𝅘𝅥𝅮 Digital Partner : RDC Media Pvt. Ltd.
𝅘𝅥𝅮 Category : Devotional Song
𝅘𝅥𝅮 Sub Category : Ganga Mata Song
𝅘𝅥𝅮 Copyright : Tulsi Jaipal


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गा ज़िन्दगी गा
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